Maheshwari Samaj Will Observed The Puny Shatabdi Of Seth Damodar Das Rathi Across The India | माहेश्वरी समाज की ओरसे देशभर में मनाई जाएगी माहेश्वरीरत्न सेठ दामोदर दास राठी पुण्य शताब्दी

Every year on 2 January is punyatithi of Maheshwari Ratna Seth Damodar Das Rathi. His punyatithi is observed on this day by the Maheshwari community and people of India who were inspired by him. The year 2018 is the puny shatabdi year of Seth Damodar Das Rathi, Maheshwari Samaj will observed this puny shatabdi year as "Seva Varsh (Service Year)".

हर वर्ष 2 जनवरी को माहेश्वरी रत्न सेठ दामोदर दास राठी की पुण्य तिथि होती है। इस दिन माहेश्वरी समाज और उनसे प्रेरित भारत के लोगों द्वारा उनकी पुण्य तिथि मनाई जाती है। वर्ष 2018 सेठ दामोदर दास राठी का पुण्य शताब्दी वर्ष है, माहेश्वरी समाज इस पुण्य शताब्दी वर्ष को "सेवा वर्ष" के रूप में मनाएगा।

the-year-2018-is-the-puny-shatabdi-year-of-maheshwari-ratna-seth-damodar-das-rathi-maheshwari-samaj-will-observed-this-puny-shatabdi-year-as-seva-varsh

माहेश्वरी समाज की ओरसे देशभर में मनाई जाएगी माहेश्वरीरत्न सेठ दामोदर दास राठी पुण्य शताब्दी


तिलक युग के भामाशाह और माहेश्वरी समाज का राजा (King of Maheshwari Community) के नाम से सुप्रसिद्ध, निष्काम दानी, भारत के उज्वल पुरूष-रत्न, भारतमाता के सच्चे सपूत, मारवाड़ मुकुट, माहेश्वरी रत्न शेठ दामोदरदासजी राठी के पुण्य शताब्दी वर्ष को "सेवा वर्ष" के रूप में मनाएगा माहेश्वरी समाज। पुण्य शताब्दी वर्ष 2018 को पूरे साल देशभर में मनाया जायेगा। पुण्य शताब्दी वर्ष में प्रति माह जन सेवा एवं समाजसेवा से जुडे़ कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। शेठ दामोदरदासजी राठी की पुण्य शताब्दी 2 जनवरी 2018 को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर, श्रद्धांजलि अर्पित करके पुण्य शताब्दी वर्ष की शुरुवात होगी।

the-year-2018-is-the-puny-shatabdi-year-of-maheshwari-ratna-seth-damodar-das-rathi-maheshwari-samaj-will-observed-this-puny-shatabdi-year-as-seva-varsh

माहेश्वरी समाज के लिए कार्य करनेवाले सभी संगठनों एवं संस्थाओं द्वारा देशभर में 'माहेश्वरीरत्न सेठ दामोदरदास राठी पुण्य शताब्दी वर्ष' को मनाते हुए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। कार्यक्रमों की श्रृंखला में शेठ दामोदरदासजी राठी के जीवन परिचय को, उनके विचारों को घर घर तक पहुचानें का अभियान चलाया जाएगा, युवा पीढ़ी को, बच्चों को माहेश्वरी समाज में जन्मे इस महापुरुष के बारे में बताया जाएगा, स्मरणोत्सव का आयोजन किया जायेगा, स्वच्छता अभियान, वृक्षावरोपण (पौधारोपण), बाल संस्कार शिबिर, खेल प्रतियोगिताएं, रक्तदान शिविर, योग शिबिर आदि कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। माहेश्वरी अखाड़ा की ओरसे अनुरोध है की- माहेश्वरी समाज द्वारा संचालित सभी शैक्षणिक संस्थाओं में, सभी माहेश्वरी धर्मशाला और माहेश्वरी भवन में माहेश्वरीरत्न सेठ दामोदरदास राठी का फोटो लगाया जाएँ। माहेश्वरी अखाड़ा सभी समाजबंधुओं एवं देशभर के सभी माहेश्वरी संगठनों से आवाहन करता है कि वे 2 जनवरी 2018 को शेठ दामोदरदासजी राठी की पुण्य शताब्दी पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करें, पुण्य शताब्दी निमित्त विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करे, इस पुण्य शताब्दी वर्ष में अपना विशेष योगदान देकर कार्य करे और समाज का नाम गौरवान्वित करें।

माहेश्वरीरत्न सेठ दामोदर दास राठी के जीवन परिचय की विस्तृत जानकारी के लिए कृपया इस लिंक पर click करें > माहेश्वरी रत्न शेठ दामोदर दास राठी का जीवन परिचय

maheshwari-ratna-seth-damodar-das-rathi

maheshwari-ratna-seth-damodar-das-rathi

medal-of-maheshwari-ratna-award-the-highest-award-of-maheshwaris-and-maheshwari-community

Highest Award Of Maheshwari Samaj "Maheshwari Ratna" Given To Seth Damodar Das Rathi | The Maheshwari Ratna Awards | सेठ दामोदरदास राठी को माहेश्वरी समाज का सर्वोच्च पुरस्कार — माहेश्वरी रत्न

Maheshwari Ratna is the highest award of Maheshwari community which symbolizes extraordinary achievement and exceptional service to the Maheshwari community. The Maheshwari Ratna is awarded to a maximum of three (3) nominated Maheshwari individuals per year. The recipients of Maheshwari Ratna award receive a Sanad (certificate) signed by the "Maheshacharya", Supreme Guru post of Maheshwari community and a paan leaf-shaped medallion. Maheshwari Ratna Awards are given by the “Maheshacharya”, Peethadhipati of Divyashakti Yogpeeth Akhara (which is known as Maheshwari Akhada, is famous).

the-highest-maheshwari-award-is-maheshwari-ratna-which-is-given-by-maheshacharya-the-peethadhipati-of-maheshwari-akhada-akhara

"माहेश्वरी रत्न" माहेश्वरी समाज का सर्वोच्च पुरस्कार है जो असाधारण उपलब्धि और माहेश्वरी समाज के लिए असाधारण सेवा का प्रतीक है। माहेश्वरी रत्न से प्रति वर्ष अधिकतम तीन (3) नामांकित माहेश्वरी व्यक्तियों को सम्मानित किया जाता है। माहेश्वरी रत्न पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं को माहेश्वरी समाज के सर्वोच्च गुरु पद "महेशाचार्य" द्वारा हस्ताक्षरित एक सनद (प्रमाण पत्र) और एक पान के पत्ते के आकार का पदक मिलता है। माहेश्वरी रत्न पुरस्कार दिव्यशक्ति योगपीठ अखाड़ा (जो माहेश्वरी अखाड़ा के नाम से प्रसिद्ध है) के पीठाधिपति "महेशाचार्य" द्वारा दिए जाते हैं।



seth-damodar-das-rathi-awarded-the-highest-maheshwari-award-maheshwari-ratna-by-peethadhipati-of-maheshwari-akhada-maheshacharya-premsukhanand-maheshwari

सेठ दामोदरदास राठी को माहेश्वरी समाज का सर्वोच्च पुरस्कार — माहेश्वरी रत्न


26 दिसंबर 2013, माहेश्वरी समाज का सर्वोच्च सम्मान 'माहेश्वरीरत्न' पुरस्कार वर्ष 2013 में कै. सेठ दामोदरदासजी राठी को घोषित किया गया है। यह प्रतिष्ठित एवं सर्वोच्च सम्मान (पुरस्कार) कै. राठी को मरणोपरांत मिला है। माहेश्वरी रत्न पुरस्कार दिव्यशक्ति योगपीठ अखाड़ा (जो "माहेश्वरी अखाड़ा" के नाम से प्रसिद्ध है) के पीठाधिपति "महेशाचार्य" कि ओरसे दिया जानेवाला पुरस्कार है। यह माहेश्वरी समाज का सर्वोच्च सम्मान है। इस अलंकरण से उन माहेश्वरी व्यक्तियों को सम्मानित किया जाता है जिन्होंने किसी भी क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण कार्य किए हों, अपने-अपने क्षेत्रों में उत्‍कृ‍ष्‍ट कार्य कर हमारे देश और माहेश्वरी समाज का गौरव बढ़ाया और हमारे समाज को अंतरराष्‍ट्रीय मान्‍यता प्राप्त हुई। माहेश्वरी रत्‍न उच्‍चतम सम्‍मान है।

माहेश्वरी रत्न शेठ दामोदरदास राठी का जीवन परिचय -


seth-damodar-das-rathi-awarded-the-highest-maheshwari-award-maheshwari-ratna-by-peethadhipati-of-maheshwari-akhada-maheshacharya-premsukhanand-maheshwari

शेठ दामोदरदासजी राठी भारत के चमकते हुऐ सितारों में से एक थे। निष्काम दानी, भारत के उज्वल पुरूष-रत्न, भारत माता के सच्चे सपूत, मारवाड़ मुकुट थे। शेठ दामोदरदासजी राठी को माहेश्वरी समाज का (माहेश्वरीयों का) राजा कहा जाता था। आपको तिलक युग का भामाशाह कहा जाता है

दामोदरदास राठी का जन्म 8 फरवरी सन् 1884 ई. को पोकरण (मारवाड़) में सेठ खींवराजजी राठी के घर हुआ। आप आरम्भ से ही होनहार व मेघावी थे। मास्टर श्री प्रभुदयालजी अग्रवाल की संरक्षता में व मिशन हाई स्कूल ब्यावर में आपने मेट्रिक तक विद्याध्ययन किया। 15-16 वर्ष की आयु में ही आप लोकहित कार्यों में योगदान देने लगे व साथ ही में अपने व्यवसाय कार्य की देख-रेख करते रहे। आप अत्यन्त कुशल व्यवसायी थे। आपकी कृष्णा मिल्स् सन् 1893 ई. में भारतवर्ष भर के मारवाडियों में सर्व प्रथम चली। भारत के प्रमुख-प्रमुख नगरों में आपकी दुकानें जीनिंग फैक्ट्रीज् व पे्रसेज् थी। आप सिर्फ 19 वर्ष की आयु में सन् 1903 में ब्यावर म्युनिसिपेल्टी के सदस्य चुने गये। आपने सच्चे सेवक की भांति जनता की सेवा की। अतः आम जनता में आप लोकप्रिय हो गये।

आप (दामोदरदास राठी) राष्ट्रीय एंव् क्रान्तिकारी दल के थे। आपके विचार महात्मा तिलक व अरविन्द घोष के थे। आपने क्रान्तिकारियों की तन-मन-धन से सेवा की। देश के बड़े-बडे नेताओं से आपका सम्पर्क था। लोकमान्य तिलक व योगीराज अरविन्द को आप ब्यावर लाने में सफल हुऐ। राष्ट्र के महापिता श्री दादा भाई नौरोजी, भारतभूषण मालवीय जी, बॅगाल के बूढे शेर बापू सुरेन्द्रनाथ बनर्जी, अमृत-बाजार पत्रिका के बाबू मोतीलाल घोष व पंजाब केसरी लाला लाजपतराय आप पर बहुत स्नेह रखते थे। राष्ट्रवर खरवा के राव गोपालसिंहजी आपके अन्यतम मित्र थे। आप स्वदेशी के अनन्य भक्त थे। देशवासियों के दैनिक व्यवहार की समस्त वस्तुएं देश में ही तैयार कराने की व्यवस्था हो जिससे भारत की गरीब जनता को भरपेट भोजन मिल सके ऐसा आपका सोचना था।

वर्ष 1908 में मात्र 24 वर्ष कि उम्र में दामोदरदास राठी ने माहेश्वरी समाज का संगठन खड़ा करने तथा संगठन कि आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए 21,000/- रुपयें डोनेशन (दान) दिया था जिसका मुल्य आज के हिसाब से करीब रु. 20,00,00,00,000/- (दो हजार करोड़ रुपये) से ज्यादा है। कै. श्री दामोदरदासजी राठी ने 'अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महासभा (ABMM)' में महामंत्री के रूप में भी अपनी सेवाएं दी है।

आप उच्चकोटि के व्याख्यानदाता, शिक्षा-प्रसारक व साहित्य सेवी थे। इस हेतु आपने कई वाचनालय, पुस्तकालय, पाठशालाएं, विद्यार्थीगृह व शिक्षा-मण्डल खोले तथा अनेको अनाथालय व गुरूकुलों को आर्थिक सहायता दी। हिन्दू विश्व विद्यालय के स्थापनार्थ महामना मालवीयजी को ब्यावर आने पर 11,000 /- रू. भेंट (दान) किये जिसका मुल्य आज के हिसाब से करीब रु. 10,00,00,00,000/- (एक हजार करोड़ रुपये) से ज्यादा है। सनातन धर्म कॉलेज ब्यावर व मारवाड़ी शिक्षा मण्ड़ल (नवभारत विद्यालय) वर्धा आज भी आपकी स्मृति के रूप में विद्यमान है। आप राष्ट्रभाषा हिन्दी के तो प्रबलतम पुजारी थे।

शेठ दामोदरदासजी राठी सहृदय, सरल स्वभावी, निरभिमानी, न्याय-प्रिय, सत्यनिष्ठ प्रखर बुद्धि के व्यक्ति थे। आपके धार्मिक व सामाजिक विचार उदार थे। आपने सदैव माहेश्वरियों के मूल सिद्धांतों का पालन किया और "अपने लिए नहीं बल्कि कमाना है धर्मकार्य, देशकार्य, समाजकार्य और जनसेवा के कामों में दान करने के लिए" इस माहेश्वरियों की जीवनपद्धति को पूर्ण रूप से जिया। आपका स्वर्गवास 2 जनवरी सन् 1918 में 34 साल की अल्प आयु में ही हो गया। परन्तु इतनी कम उम्र में समाज और भारत माता के वो त्वरित काम कर गये जिन्हें अन्य के लिऐ करना असम्भव था। आपकी मृत्यु का समाचार पाकर सारा भारत-वर्ष शौक मग्न हो गया। आपके निधन पर अनेको स्थानों पर शौक सभाऐं हुई। भारत के सभी प्रमुख-प्रमुख समाचारपत्रों ने आपकी अकाल मृत्यु पर अनेकों आंसू बहाये।

seth-damodar-das-rathi-awarded-the-highest-maheshwari-award-maheshwari-ratna-by-peethadhipati-of-maheshwari-akhada-maheshacharya-premsukhanand-maheshwari

seth-damodar-das-rathi-awarded-the-highest-maheshwari-award-maheshwari-ratna-by-peethadhipati-of-maheshwari-akhada-maheshacharya-premsukhanand-maheshwari

The Flag Of The Maheshwari Samaj | Divy Dhwaj | Maheshwaris Religious Flag Pictures & Images | Maheshwari Symbol | Mahesh Navami

The Divy Dhwaj (Hindi : दिव्य ध्वज). Divy means divine and Dhwaja means symbol, standard or a mark of identity. The Divy Dhwaja is the Maheshwari flag and plays an important role in the Maheshwari Community. also known as the Maheshwari flag, holds great significance in Maheshwari Community as a sacred emblem that represents the Maheshwari faith and its values. The flag "Divy Dhwaj" is the symbol of Maheshwari culture and identity. Divy Dhwaj is the banner and insignia of the Maheshwari Community. Maheshwari flag (Divy Dhwaj) can be hoisted in the religious programs of Maheshwari community, in the program of Mahesh Navami, in the shobhayatra of Mahesh Navami to inspire respect to the flag. Maheshwari people can also keep the Maheshwari flag on the roof of their house. This flag is a symbol of the pride and identity of the entire Maheshwari community and every Maheshwari.

Maheshwari Flag, Design and construction details :

The Divy Dhwaja is a Maheshwari holy swallowtail flag made of cotton or silk cloth. It is a plain saffron-coloured swallowtail-shaped cloth. According to the flag code of Maheshwari, the Maheshwari flag has a ratio of two by three (Proportion : 2:3). The Mod to be printed or painted on the flag in dark blue (colour code : #002157, RGB 0-33-87, CMYK 100-75-0-60) or black. The size of the Mod is not specified in the Flag code.

maheshwari-symbol-maheshwaris-religious-flag-the-flag-of-the-maheshwaris-maheshwari-samaj-community-divy-dhwaj-pictures-images

दिव्य ध्वज, जिसे माहेश्वरी ध्वज के रूप में भी जाना जाता है, माहेश्वरी समाज में एक पवित्र प्रतीक के रूप में बहुत महत्व रखता है जो माहेश्वरी आस्था और उसके मूल्यों का प्रतिनिधित्व करता है. "दिव्य ध्वज" माहेश्वरी संस्कृति, अस्मिता एवं माहेश्वरी पहचान का प्रतीक है.

माहेश्वरी ध्वज (दिव्यध्वज) को माहेश्वरी समाज के धार्मिक कार्यक्रमों में, महेश नवमी के कार्यक्रम में, महेश नवमी की शोभायात्रा में ध्वज को सम्मान की प्रेरणा देने के लिए फहराया जा सकता है। माहेश्वरी जन अपने घर की छत पर भी माहेश्वरी ध्वज लगाकर रख सकते है। यह ध्वज सकल माहेश्वरी समाज के, हरएक माहेश्वरी के गौरव और पहचान का प्रतिक है।

maheshwari-symbol-maheshwaris-religious-flag-the-flag-of-the-maheshwaris-maheshwari-samaj-community-divy-dhwaj-pictures-images

माहेश्वरी निशान "दिव्यध्वज"


माहेश्वरी समाज का ध्वज जिसे "दिव्यध्वज" कहते हैं, केसरिया (saffron) रंग के ध्वज पर गहरे नीले अथवा काले (black) रंग में माहेश्वरी निशान "मोड़" द्वारा सुशोभित ध्वज है. दिव्यध्वज माहेश्वरी समाज का ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक ध्वज है. यह माहेश्वरीयों के प्रमुख प्रतीकों में से एक है. यह माहेश्वरीयों की विशिष्ठ पहचान और माहेश्वरी संस्कृति का शास्वत सर्वमान्य प्रतीक है. हम न भूले की- “जो समाज अपनी विशिष्ठ पहचान और अपने प्राचीन गौरव को भुला देता हैं; वह अपनी एकता, सुरक्षा, सुख-समृद्धि के आधार स्तम्भ को खो देता हैं.” माहेश्वरी संस्कृति, समृद्धि, विकास, अस्मिता, ज्ञान, सुसंस्कार और विशिष्टता का प्रतीक है यह दिव्यध्वज. माहेश्वरी समाज की विशिष्ठ पहचान और गौरव का प्रतिक है दिव्यध्वज.

the-maheshwari-flag-divy-dhwaj-is-pride-and-identity-of-maheshwaris-and-maheshwari-community
The Maheshwari flag "Divy Dhwaj" is Pride and Identity of
Maheshwaris and Maheshwari community

the-maheshwari-flag-divy-dhwaj-is-pride-and-identity-of-maheshwaris-and-maheshwari-community

maheshwari-vanshotpatti-diwas-mahesh-navami-shobhayatra-utsav-rath
Maheshwari Vanshotpatti Diwas Mahesh Navami
Shobhayatra Utsav Rath

shri-mahesh-chowk-chhatrapati-sambhaji-nagar-aurangabad-maharashtra
Shri Mahesh Chowk,
Chhatrapati Sambhaji Nagar (Aurangabad), Maharashtra

bike-rally-with-maheshwari-flag-divy-dhwaj-on-maheshwari-vanshotpatti-diwas-mahesh-navami
माहेश्वरी वंशोत्पत्ति दिवस - महेश नवमी पर
माहेश्वरी ध्वज "दिव्य-ध्वज" के साथ बाइक रैली

रंग-रूप (डिझाइन) :
माहेश्वरी ध्वज जिसे "दिव्यध्वज" कहते है, केसरिया (भगवा) रंग के कॉटन अथवा सिल्क के कपडे से बना होता है; यह दो त्रिकोण के आकारवाला (swallowtail shaped) होता है. भगवा रंग उगते हुए सूर्य का रंग है; उगते सूर्य के रंग को ज्ञान, कर्म, वीरता, त्याग का प्रतीक माना गया और इसीलिए हमारे पूर्वजों ने इसे प्रेरणा स्वरूप माना. भगवा रंग अधर्म के अंधकार को दूर करके धर्म का प्रकाश फैलाने का संदेश देता है. यह हमें आलस्य और निद्रा को त्यागकर उठ खड़े होने, कर्म करने और अपने कर्तव्य में लग जाने की भी प्रेरणा देता है. यह हमें यह भी सिखाता है कि जिस प्रकार सूर्य स्वयं दिनभर जलकर सबको प्रकाश देता है, इसी प्रकार हम भी निस्वार्थ भाव से सभी प्राणियों की नित्य और अखंड सेवा करें.

दिव्यध्वज की लम्बाई एवं चौड़ाई का अनुपात ३:२ (लम्बाई:चौड़ाई) है. केसरिया (भगवा) रंग के कॉटन अथवा सिल्क के कपडे पर माहेश्वरी निशान 'मोड़' अंकित (Printed or Painted) होता है; मोड़ निशान का आकार (साइज) निर्धारित नहीं है. माहेश्वरी ध्वज अपने आप में ही माहेश्वरी समाज के सिद्धांतों और निति को दर्शाता हुआ दिखाई देता है. सत्य, प्रेम, न्याय पर आधारित आत्मरक्षा, शांति, सुसंस्कार, समृद्धि और सदैव विकास की ओर अग्रेसर.

ई.स.पूर्व 3133 में जब भगवान महेशजी और माता पार्वती के कृपा से 'माहेश्वरी' समाज की उत्पत्ति हुई थी (देखें > माहेश्वरी वंशोत्पत्ति एवं इतिहास) तब जो माहेश्वरियों के गुरु थे उन्होंने भगवान महेशजी और माता पार्वती की प्रेरणा से माहेश्वरी निशान (प्रतीकचिन्ह/Symbol) मोड़ और दिव्यध्वज का सृजन किया था. गुरुओं का मानना था की यह ध्वज सम्पूर्ण माहेश्वरियों को एकत्रित रखता है, आपस में एक-दुसरेसे जोड़े रखता है. मोड़ (माहेश्वरी सिम्बॉल) और दिव्यध्वज माहेश्वरीयों की आन-बाण-शान का प्रतीक है.

maheshwari-symbol-maheshwaris-religious-flag-the-flag-of-the-maheshwaris-maheshwari-samaj-community-divy-dhwaj-pictures-images

माहेश्वरी ध्वज "दिव्यध्वज" की png फ़ाइल को Download करने के लिए कृपया इस Link पर क्लिक करें > Maheshwari Flag.png



maheshwari-symbol-maheshwaris-religious-flag-the-flag-of-the-maheshwaris-maheshwari-samaj-community-divy-dhwaj-info-pictures-images

maheshwari-symbol-maheshwaris-religious-flag-the-flag-of-the-maheshwaris-maheshwari-samaj-community-divy-dhwaj-pictures-images

maheshwari-symbol-maheshwaris-religious-flag-the-flag-of-the-maheshwaris-maheshwari-samaj-community-divy-dhwaj-pictures-images

maheshwari-symbol-maheshwaris-religious-flag-the-flag-of-the-maheshwaris-maheshwari-samaj-community-divy-dhwaj-line-art-pictures-images
Line Art The Maheshwari Flag (Divyadhwaj) PNG

maheshwari-symbol-maheshwaris-religious-flag-the-flag-of-the-maheshwaris-maheshwari-samaj-community-divy-dhwaj-pictures-images

maheshwari-symbol-maheshwaris-religious-flag-the-flag-of-the-maheshwaris-maheshwari-samaj-community-divy-dhwaj-pictures-images

maheshwari-symbol-maheshwaris-religious-flag-the-flag-of-the-maheshwaris-maheshwari-samaj-community-divy-dhwaj-pictures-images
Maheshwari Flag- Divyadhwaj (left to right) PNG

maheshwari-symbol-maheshwaris-religious-flag-the-flag-of-the-maheshwaris-maheshwari-samaj-community-divy-dhwaj-pictures-images
Maheshwari Flag- Divyadhwaj (right to left) PNG

maheshwari-religious-symbol-the-mod-hd-pictures-images
Maheshwari Symbol (Blue), file size 2000x2660 pixels PNG

maheshwari-symbol-maheshwaris-religious-flag-the-flag-of-the-maheshwaris-maheshwari-samaj-community-divy-dhwaj-pictures-images
Identity of the Maheshwaris

maheshwari-symbol-maheshwaris-religious-flag-the-flag-of-the-maheshwaris-maheshwari-samaj-community-divy-dhwaj-pictures-images

maheshwari-symbol-maheshwaris-religious-flag-the-flag-of-the-maheshwaris-maheshwari-samaj-community-divy-dhwaj-pictures-images

mahesh-navami-name-symbol-logo-for-maheshwari-vanshotpatti-diwas-image

maheshwari-vanshotpatti-diwas-mahesh-navami-symbol-logo-image






Maheshashtakam | Mahesham Anantam Shiv Mahadevam | Mahesh Ashtakam | महेशाष्टकम् - महेशं अनन्तं शिव महादेवम् | Mahesh Navami

mahesh-vandana-maheshashtak-mahesh-ashtak-stotra-for-maheshwari-vanshotpatti-diwas-mahesh-navami-mahashivratri-and-maheshwari-samaj-image-02

Maheshashtakam or Mahesh Ashtakam is an 8 stanza stotram composed by Shri Maheshacharya Yogi Premsukhanand Maheshwari praising Lord Mahesha (Lord Shiva). It has been sung in praise of Lord Mahesha. Mahesh is another name of Lord Shiva. Get Shri Maheshashtakam in Hindi here and chant it with devotion for the grace of Lord Mahesha.


mahesh-vandana-maheshashtak-mahesh-ashtak-stotra-for-maheshwari-vanshotpatti-diwas-mahesh-navami-mahashivratri-and-maheshwari-samaj-image

महेशाष्टकम् या महेश अष्टक यह 8 छंदों वाला स्तोत्र महेशाचार्य प्रेमसुखानन्द माहेश्वरी द्वारा रचित है। इसे भगवान महेशजी की स्तुति करते हुए गाया गया है। "महेश" भगवान शिव का ही एक दूसरा नाम है। श्री महेशाष्टकम् को यहां हिंदी में प्राप्त करें और भगवान महेशजी की कृपा के लिए भक्तिपूर्वक इसका जाप करें।

mahesh-vandana-maheshashtak-mahesh-ashtak-stotra-for-maheshwari-vanshotpatti-diwas-mahesh-navami-mahashivratri-and-maheshwari-samaj-image-01

श्री महेशाष्टकम् 


महेशं अनन्तं शिव महादेवम् करुणावतारं गिरिजावल्लभम् ।
देवाधिदेवं भक्तप्रतिपालकम् गजाननतातं उमानाथं नमो ।। १ ।।

योगीयोगेश्वरं महाकालकालम् अर्धनारीश्वरं गणाधिनायकम् ।
हर सत्यं शिवं सुंदरं मधुरम् गजाननतातं उमानाथं नमो ।। २ ।।

सगुणं साकारं निर्गुण निराकारम् गुणातीतरूपं तपोयोगगम्यम् ।
शाश्वतं सर्वज्ञं श्रुतिज्ञानगम्यम् गजाननतातं उमानाथं नमो ।। ३ ।।

दाता भोलेनाथं त्राता वैद्यनाथम् महामृत्युंजयं नटराज नृत्यम् ।
आदिगुरु ज्ञानं त्वं जगतगुरुम् गजाननतातं उमानाथं नमो ।। ४ ।।

अनादि अनन्तं ओंकारस्वरूपम् सनातनम् ब्रम्हांडनायकम् ।
सोम साधूसिद्धाःस्वांतस्थमीश्वरम् गजाननतातं उमानाथं नमो ।। ५ ।।

महारुद्र वीर भद्रं भुजंगभूषणम् कर्पूरगौरं जटाजूटधारणम् ।
पार्वतीप्रियं सुरासुरपूजितम् गजाननतातं उमानाथं नमो ।। ६ ।।

गवेन्द्राधिरूढं कराभ्यां त्रिशुलम् साधुनां रक्षितं दुष्टाय मर्दितम् ।
परिवारसमेतं कैलासवसन्तम् गजाननतातं उमानाथं नमो ।। ७ ।।

नमो पञ्चवक्त्रं भवानीकलत्रम् सहस्त्रलोचनं महापापनाशम् ।
नमामि नमामि भवानीसहितम् गजाननतातं उमानाथं नमो ।। ८ ।।

महेशस्याष्टकं य: पठेदिष्टदं प्रेमत: प्रत्यहं पूरुष: सस्पृहम् 
वृत्तत: सुन्दरं कर्तृमहेश्वरं तस्य वश्यो हरर्जायते सत्वरम् ।।

॥ इति श्रीमहेशाचार्यप्रेमसुखानन्दविरचितं श्रीमहेशाष्टकं संपूर्णम् ॥


maheshacharya-yogi-premsukhanand-maheshwari-peethadhipati-of-maheshwari-akhada-akhara-image

Summary ↬ This melodious hymn (Stotram - Maheshashtakam) is composed by Maheshacharya Premsukhanand Maheshwari and is very soothing to the ears. The Stotra provides you the solution to each and every problem in life. Regular recitation of Stotram (Maheshashtakam) gives peace of mind and keeps away all the evil from your life and makes you healthy, wealthy, and prosperous.

maheshacharya-yogi-premsukhanand-maheshwari-peethadhipati-of-maheshwari-akhada-akhara-image-23

सारांश ↬ यह मधुर स्तोत्र/भजन महेशाचार्य प्रेमसुखानंद माहेश्वरी द्वारा रचित है और कानों को बहुत सुखदायक है। महेशाष्टक स्तोत्र आपको जीवन की प्रत्येक समस्या का समाधान प्रदान करता है। स्तोत्र का नियमित पाठ मानसिक शांति देता है और आपके जीवन से सभी बुराइयों को दूर रखता है और आपको स्वस्थ, धनी और समृद्ध बनाता है।

sanatan-lord-shiva-mahesha-copyright-free-image-for-mahashivratri-mahesh-navami-navmi